मीड़िया के हस्तक्षेप से पुनः शुरू होगी बांगरन पुल पर आवाजाही
राजनैतिक दलों ने इसे भी चढ़ाया राजनीति की भेंट
डिजिटल सिरमौर/पांवटा साहिब
बांगरन पुल के मरम्मत का कार्य अखबारों व न्यूज चैनलों की अहम सुर्खियों में आए दिन हैडिग बना हुआ रहता था। पत्रकारों ने बांगरन पुल ने इस पुल के मरम्मत के कार्य को गति देने के लिए शासन प्रशासन व नेताओं को झंकोरकर रख दिया था। वहीं प्रशासन की और से पुल के कार्य में गति लाने के लिए सिर्फ तारिख पर तारिख दे दी गई थी। मीडिया के हस्तक्षेप करने के बावजूद इस पुल का कार्य में कहीं न कहीं गति जरूर पकड़ी है जिसके चलते यह कार्य अब अंतिम पायदान पर पहुंच चुका है।
जिस पर राजनेताओं ने राजनीति करना शुरू कर दिया है। पुल के आवागमन पर क्षेत्र के साथ राजनीति पेश की जा रही है। हाल ही मैं सत्तारूढि कांग्रेस पार्टी, भाजपा व आम आदमी पार्टी इसे पुनः बहाल करने पर राजनैतिक रोटियों सेक रही है।
बता दे कि बांगरन पुल पर पुनः 5 जून से आवाजाही शुरू हो जाएगी। जिससे खेमें की दर्जनों पंचायतों के विकास का मार्ग पुन खुल जाएगा। जनता फिर से इस पुल का लाभ ले सकेंगे।
गौरतलब है कि पूर्व में रहे उर्जा मंत्री व वर्तमान में विधायक सुखराम चैधरी ने भी इस पुल के कार्य में गति लाने के लिए कोई भी ब्यान नही दिया। अब न ही उन्हें गिरिपार क्षेत्र के लोगों के मतों की जरूरत है और न ही उनके विकास की। उनके पास तो सिर्फ एक ही बहाना रहता है कि प्रदेश में अब हमारी सरकार नही है। देखना यह होगा कि पहले की तरह इस पूर्व पर भारी-भरकम वाहन भी चलेंगे या सिर्फ रोजाना प्रयोग में लाने वाले वाहन इस पुल से गुजरेंगे।