आंगनबाड़ी केन्द्रो तक समय पर पोषाहार पहुंचाना सुनिश्चित बनाएं अधिकारी -सुमित खिमटा
सिरमौर में 1462 आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से चल रही हैं पोषाहार योजना
नाहन
उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने समन्वित बाल विकास परियोजनाओं के तहत जिला में चल रहे विभिन्न पोषाहार कार्यक्रमों सहित अन्य योजनाओं को सही परिप्रेक्ष्य में लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पोषण कार्यक्रम के तहत लाभार्थी शिशुओं तथा गर्भधात्री माताओं तथा अन्य को दिये जा रहे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
उपायुक्त आज बुधवार को नाहन में समेकित बाल विकास कार्यक्रम के तहत जिला स्तरीय निगरानी एवं समीक्षा समिति तथा जिला स्तरीय पोषाहार समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि सिरमौर जिला में वर्तमान में 1462 आंगनबाड़ियों के माध्यम से बाल विकास कार्यक्रमों को ग्रास रूट तक चलाया जा रहा है। जिला में कुल 1462 आंगनबाड़ी केन्द्रो में से 497 आंगनबाड़ी केन्द्र अपने विभाग के भवनों में चल रहे हैं जबकि 726 भवन निजी किराये के भवनों, 13 केन्द्र पंचायत घरों, 138 केन्द्र स्कूल भवनों में तथा 112 केन्द्र अन्य भवनों में क्रियाशील हैं। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारियों को आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवनों के निर्माण की समय-समय पर समीक्षा करने के लिए भी कहा।
उन्होंने बताया कि जिला में 2021-2022 के आंकडों के अनुसार सिरमौर जिला में शिशु मृत्यु दर 15.31 प्रतिशत (प्रति एक हजार) है जबकि जिला की 2022-23 की शिशु मृत्यु दर 11.85 प्रतिशत है। उन्होंने शिशु मृत्यु दर को सुधारने के लिए बाल विकास कार्यक्रमों को और अधिक सघनता और मुस्तैदी के साथ क्रियान्वित करने के लिए कहा।
उपायुक्त ने बताया सिरमौर जिला में 60 स्थानों पर आंगनबाड़ी केन्द्र भवन बनाये जाने प्रस्तावित है जिनमें जिनमें 24 आंगनबाड़ी केन्द्र प्राथमिक पाठशालाओं के परिसर में बनाने की योजना है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्र के भवनों के निर्माण कार्य को अविलंब पूरा किया जाये ताकि इनका समय पर लाभ लोगों को मिल सके।
उन्होंने बताया कि जिला में आंगनबाड़ी केन्द्रों में शौचालयों के निर्माण तथा शौचालयों की मुरम्मत के लिए 58 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। उन्होंने विभाग को शीघ्र निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए कहा। सुमित खिमटा ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत चालू वित वर्ष में 25.50 लाख रुपये की धनराशि व्यय कर 50 लड़कियों को लाभान्वित किया गया है। इसी प्रकार वर्ष 2022-23 में 1.08 करोड़ रुपये खर्च कर 213 लड़कियों को लाभ पहुंचाया गया था। मुख्यमंत्री शगुन योजना के तहत वर्ष 2023-24 में 14.57 लाख रुपये से 47 महिलाओं को लाभ पहुंचाया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील शर्मा ने इस अवसर पर समन्वित बाल विकास कार्यक्रमों के तहत संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तार से जानकारी और रिपोर्ट प्रस्तुत की।
परियोजना अधिकारी डीआरडीए अभिषेक मित्तल, जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोड़ा, उप निदेशक उच्च शिक्ष कर्म सिंह, उप निदेशक प्र्रारम्भिक शिक्षा गुजरजीवन कुमार, अधिशासी अभियंता जल शक्ति आशीष राणा, के अलावा विभिन्न खंडों के बाल विकास परियोजना अधिकारी, स्वास्थ्य, सिविल सप्लाई तथा अन्य विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।