नड्डा बने कैबिनेट मंत्री, पांचवीं जीतकर दिल्ली गए अनुराग को जगह नहीं
लगातार पांच जीत हासिल करने के बाद इस बार हमीरपुर संसदीय सीट से लोकसभा गए अनुराग ठाकुर इस बार प्रधानमंत्री मोदी के साथ कैबिनेट मंत्री नहीं होंगे। संसद में वरिष्ठता के बावजूद गठबंधन सरकार की मजबूरी में उनका मंत्री पद चला गया है। केंद्रीय कैबिनेट में पहले ही शपथ ग्रहण में 72 मंत्री हो गए हैं। ऐसे में क्या अब भी अनुराग मंत्री बन सकते हैं, यह भविष्य बताएगा। यह भी संभव है कि भाजपा ने उनके लिए कोई और जिम्मेदारी तय कर रखी हो। नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में कुछ ऐसे कैबिनेट मंत्री भी बनाए गए हैं, जो लोकसभा का चुनाव हार गए थे। पंजाब से रवनीत सिंह बिट्टू उनमें से एक हैं, लेकिन हिमाचल से सबसे ज्यादा जीत के साथ संसद गए अनुराग ठाकुर इस बार इग्नोर हो गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री रहे अमित शाह ने इस बार हमीरपुर संसदीय सीट पर चुनावी रैली के दौरान कहा था कि अनुराग ठाकुर जैसा सांसद हाथ में दीया लेकर ढूंढने से भी नहीं मिलेगा। अनुराग ठाकुर के लिए भाजपा ने बड़ी जिम्मेदारी तय कर रखी है, लेकिन अब कैबिनेट गठन में उनका नाम कट गया है। ऐसे में अमित शाह के इस वादे का क्या होगा, लोगों के मन में सवाल है।
नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में हालांकि हिमाचल से जगत प्रकाश नड्डा कैबिनेट का हिस्सा बनाए गए हैं। हालांकि उन्हें अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोडऩा पड़ेगा। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जेपी नड्डा स्वास्थ्य मंत्री बने थे और बिलासपुर में हिमाचल को एम्स भी मिला था। नड्डा वर्तमान में गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं। हिमाचल से छोटा राज्य और कम सीटें होने के बावजूद दो-दो केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में सिर्फ एक कैबिनेट मंत्री से ही अभी संतोष करना होगा।
अनुराग बोले, पार्टी ने पहले ही बहुत कुछ दिया है
मोदी 3.0 कैबिनेट में जगह न मिलने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता अनुराग ठाकुर का पहला रिएक्शन सामने आया है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के लिए सभी को शुभकामना देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें पहले ही काफी कुछ दिया है। अनुराग ठाकुर लगातार पांचवीं बार भाजपा के सांसद बने हैं।