हिमाचल प्रदेश विकास की नई राह पर तेज़ी से बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य के प्रत्येक जिले में बुनियादी ढांचे के साथ-साथ सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों के उन्नयन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसी कड़ी में सिरमौर जिले की धार्मिक नगरी पांवटा साहिब में यमुना घाट और श्मशान घाट का कायाकल्प हरिद्वार की तर्ज पर किया जा रहा है।

लंबे समय से उपेक्षा का शिकार रहा यमुना घाट अब पूरी तरह से बदले हुए स्वरूप में सामने आएगा। धार्मिक आस्थाओं से जुड़ा यह घाट अब श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। स्नान की पवित्र परंपरा के लिए प्रसिद्ध इस स्थान पर अब आधुनिक तकनीकों और हाईटेक सुविधाओं की स्थापना की जा रही है।
इसी प्रकार, श्मशान घाट का भी व्यापक सौंदर्यीकरण हो रहा है। यहां पेयजल, प्रकाश, बैठने की व्यवस्था, छायादार शेड्स और साफ-सफाई जैसी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। यह कार्य न केवल स्थानीय जनता के लिए राहतकारी होगा, बल्कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और विदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी उपयोगी साबित होगा।
सरकार का यह कदम प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के साथ-साथ पर्यटन को भी नया आयाम देगा। मुख्यमंत्री की विकासोन्मुखी नीति हिमाचल को एक समृद्ध, स्वाभिमानी और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में अग्रसर है।
प्रदेशवासियों को विश्वास है कि आने वाले समय में हिमाचल धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के नक्शे पर एक नई ऊंचाई हासिल करेगा।