बारिश होने से किसानों व बागवानों के चेहरे खिले
मैदानी क्षेत्र में गर्मी से मिलेगी राहत
जशनदीप सिंह/डिजिटल सिरमौर
किसान लम्बें समय से आसमान की टकटकी लगाए हुए बैठे थे और इन्द्र देव से बारिश होने की लगातार प्रार्थना कर रहे थे। जिस पर इन्द्र ने किसानों की प्रार्थना को सुनकर बारिश की बौछारें एकाएक कर उन्हें प्रसन्न कर दिया।
जून माह की इस लम्बें अंतराल के बाद होने वाली बारिश से मैदानी इलाकों में गर्मी से राहत तो मिली ही जबकि सामरिक दृष्टि से किसान बहुलक क्षेत्र व बागवानों को भी इस बारिश के होने से उनके चेहरों पर फिर से मुस्कान लौट आ सकती है।
लंबे समय के बाद गाॅव व शहर में बारिश की बौछारें निर्मलता के साथ बरस रही हैं। मानसूनी वर्षा का आगमन इस वर्ष काफी विलंबित रहा था, लेकिन अचानक उत्साहजनक ढंग से वर्षा हुई। नकदी फसलें जहाॅ सुखने की कगार पर खड़ी हो रही है उन्हें भी यह बारिश जीवन अमृत का काम करेगी।
मौसमी बदलाव के बारे में जानकर लोगों की खुशी का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। धरती पर ताजगी की खुशबू लाने वाली यह बारिश नहीं सिर्फ पौधों और प्राकृतिक संसाधनों को संतुलित करने में मददगार है, बल्कि मैदानी क्षेत्र के निवासियों के चेहरे पर भी मुस्कान लाने में सक्षम है।
जून माह की यह बारिश धरती को अपार सुंदरता के साथ अभिभूत कर रही है। जनता में बारिश के आगमन के साथ ही ताजगी और सुकून का एक आनंद छाया हुआ है।