Panchayat: ग्राम पंचायत कंडेला अद़वाड़ में भ्रष्टाचार की दलदल में इतनी धँस चुकी है कि गरीबों की चीख-पुकार तक दबा दी गई है। प्रधान और पंचायत अधिकारी खुलेआम वसूली की दुकान चला रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जब तक 20 % रिश्वत नहीं दी जाती, तब तक कोई फाइल आगे नहीं बढ़ती कृ चाहे वह प्रधानमंत्री आवास योजना हो या शौचालय निर्माण।

मीडिया के सामने ग्रामीणों ने साफ-साफ कहा, ’यह पंचायत कार्यालय नहीं, वसूली केन्द्र है। गरीब आदमी पैसे कहां से लाए? हमारी मजबूरी का मजाक उड़ाया जा रहा है।’आधे-अधूरे घर, रुके हुए टायलेट और बंद पड़ी विकास योजनाएं इस भ्रष्ट तंत्र की गवाही दे रही हैं।
जैसे ही यह घोटाला सामने आया, विपक्ष ने प्रदेश सरकार पर चाबुक चला दिया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह भ्रष्टाचार भाजपा सरकार की खुली छूट का नतीजा है। अगर सरकार में दम है तो दोषियों को तुरंत जेल भेजे, वरना जनता खुद फैसला करेगी।
ग्रामीणों ने एलान किया है कि अगर एक हफ्ते में प्रधान और पंचायत अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई, तो पंचायत भवन पर ताला जड़ देंगे और पूरी पंचायत का चक्का जाम करेंगे। लोगों का कहना है कि अब चुप रहने का वक्त नहीं यह लड़ाई अपने हक और सम्मान की है। पंचायत में होने वाली इस लूट को खत्म कर के रहेंगे।
सत्ताधारी दल के कुछ नेताओं ने सिर्फ इतना कहकर पल्ला झाड़ लिया कि “जांच करेंगे।” जनता ने उनकी इस बयानबाज़ी को नकार दिया है। लोगों का कहना है दृ ’अब जांच की नहीं, गिरफ्तारी की ज़रूरत है!’
उधर इस बारें में विकास खण्ड़ अधिकारी विकास बंसल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में लाया गया है और जल्द ही जनता की समस्या का समाधान किया जाएगा।