प्रदेश में आई हालिया भयावह प्राकृतिक आपदा ने अनेक परिवारों की ज़िंदगी को तहस-नहस कर दिया है। कई भाई-बहनों का आशियाना, जीवनभर की कमाई और सुख-चैन—सब कुछ पल भर में उजड़ गया। इस त्रासदी ने जहां भावनात्मक रूप से झकझोरा है, वहीं मानवता को एक बार फिर एकजुट होने का अवसर भी दिया है।

इस कठिन समय में यह हम सबका नैतिक और मानवीय दायित्व बनता है कि हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हों। सरकार द्वारा राहत कार्यों को गति देने के साथ-साथ आम नागरिकों की सहभागिता भी अत्यंत आवश्यक है।
जनता से अपील करते हुए कहा गया है कि –आइए, सरकार के प्रयासों में साझेदार बनें और आपदा राहत कोष में यथासंभव योगदान देकर इन पीड़ितों के जीवन को फिर से संवारने में अपना सहयोग करें।
प्रदेशभर में विभिन्न सामाजिक संगठन, स्वयंसेवी संस्थाएं और आम नागरिक राहत सामग्री जुटाने और आर्थिक सहयोग देने में जुटे हैं। कई इलाकों में सहायता शिविर लगाए गए हैं जहां से पीड़ितों को भोजन, कपड़े, दवाइयाँ और अन्य ज़रूरी वस्तुएं पहुँचाई जा रही हैं।
जो कोई भी सहायता करना चाहता है, वह राज्य आपदा राहत कोष (SDRF) में ऑनलाइन या जिला प्रशासन के माध्यम से आर्थिक सहयोग भेज सकता है।
मानवता की इस परीक्षा की घड़ी में, एक छोटा सा सहयोग भी किसी के जीवन में आशा की किरण बन सकता है। आइए, आगे बढ़ें और ज़रूरतमंदों का सहारा बनें।