Exam News: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो गई हैं, और इस बार मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू स्वयं परीक्षा प्रक्रिया पर नजर रख रहे हैं। परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए सीएम डैशबोर्ड को सक्रिय किया गया है, जिससे सभी निजी और सरकारी स्कूलों के परीक्षा केंद्रों की लाइव मॉनिटरिंग की जाएगी।

सख्त निगरानी के इंतजाम
परीक्षा केंद्रों में ड्यूटी पर तैनात शिक्षकों की उपस्थिति से लेकर नकल की संभावित घटनाओं तक, हर गतिविधि की निगरानी शिमला से सीधे सीएम डैशबोर्ड पर होगी। मुख्यमंत्री के अलावा शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव और शिक्षा निदेशक भी इस व्यवस्था के माध्यम से परीक्षाओं पर नजर रख सकेंगे।
डिजिटल तकनीक से पारदर्शिता
हाल ही में मुख्यमंत्री ने डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग द्वारा विकसित सीएम डैशबोर्ड का शुभारंभ किया था, जिसमें 8 विभागों के 66 प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों (KPI) को शामिल किया गया है। शिक्षा विभाग के भी 10 प्रमुख प्रदर्शन संकेतक इस प्रणाली का हिस्सा हैं, जिसमें बोर्ड परीक्षाओं की निगरानी भी शामिल है।
2300 परीक्षा केंद्रों पर CCTV निगरानी
दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं में इस बार करीब दो लाख विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं, जिनके लिए 2300 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सरकारी और निजी स्कूलों में CCTV कैमरों से निगरानी की जा रही है, जिन्हें सीएम डैशबोर्ड से जोड़ा गया है। अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने नकल रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं और वे व्यक्तिगत रूप से भी परीक्षा प्रक्रिया पर नजर रख रहे हैं।
शिक्षकों की हाजिरी पर भी नजर
सीएम डैशबोर्ड के जरिए परीक्षा केंद्रों के अलावा शिक्षकों की उपस्थिति पर भी निगरानी रखी जा रही है। कौन से शिक्षक ड्यूटी पर हैं, किसने अवकाश लिया है, छुट्टी का कारण क्या है, और कोई शिक्षक सरकारी काम से बाहर गया है तो क्यों गया है, इन सभी जानकारियों को भी डैशबोर्ड में अपडेट किया जाएगा।
इस डिजिटल निगरानी व्यवस्था के जरिए सरकार परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता लाने और नकल जैसी समस्याओं पर कड़ा नियंत्रण सुनिश्चित करने के प्रयास में है।