Doon Press Club: समाज में जब कोई लाचार होता है तो उम्मीद की किरण वहीं से जगती है जहां से इंसानियत अब भी ज़िंदा है। ऐसा ही एक उदाहरण पांवटा साहिब के दून प्रेस क्लब ने पेश किया है। भांटावाली गांव के रहने वाले 65 वर्षीय महिंद्र सिंह के इलाज के लिए क्लब ने आगे आकर आर्थिक मदद प्रदान की है।

महिंद्र सिंह एक पंप रिपेयर मैकेनिक के रूप में वर्षों तक काम करते रहे, लेकिन अब उनका जीवन दुखों की परछाई में डूबा हुआ है। पहले एक बेटे की मौत बिच्छू के काटने से हो गई, फिर दूसरे बेटे को बिजली का करंट लग गया। इन दोनों हादसों ने महिंद्र सिंह को अंदर से तोड़ दिया। अब खुद महिंद्र सिंह अधरंग (लकवा) का शिकार हैं और उनका आधा शरीर पूरी तरह से काम नहीं करता।
इतना ही नहीं, घर की माली हालत इतनी खराब है कि दवाइयों का खर्च तो दूर, परिवार को दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो गया है। कमाई का कोई जरिया नहीं बचा और कोई सहारा भी नहीं है।
हाल ही में यह दर्दनाक स्थिति सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “स्टिंगबाज़” पर सामने आई। खबर देखने के बाद दून प्रेस क्लब ने बिना देर किए इस परिवार की मदद करने का निर्णय लिया। क्लब के प्रधान मुकेश रमौल खुद महिंद्र सिंह के घर पहुंचे और दून प्रेस क्लब परिवार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी हरसंभव मदद जारी रहेगी।
मुकेश रमौल ने कहा, “महिंद्र सिंह को सिर्फ दवाओं की नहीं, बल्कि समाज की दुआओं की भी ज़रूरत है। हम सबका कर्तव्य है कि ऐसे परिवारों के साथ खड़े हों।” उन्होंने यह भी कहा कि दून प्रेस क्लब सिर्फ पत्रकारों के हितों की लड़ाई नहीं लड़ता, बल्कि समाज के जरूरतमंदों की सेवा और सहयोग में भी सदैव तत्पर रहता है। यह पहल न सिर्फ एक पीड़ित परिवार को राहत देने वाली है, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणादायक संदेश भी देती है।