विद्युत विभाग मंडल पांवटा साहिब के अंतर्गत आने वाले भंगानी और राजपुर के कनिष्ठ अभियंता (जेई) पियूष ठाकुर तथा पूरवाला के जेई कौशल भाटिया अपने सहयोगी हिमांशु के साथ शनिवार को मैहरूवाला गांव में बिजली चोरी संबंधी एक शिकायत की जांच के लिए पहुंचे। विभाग को पहले ही सूचना मिली थी कि कुछ उपभोक्ता गैरकानूनी तरीके से बिजली का उपयोग कर रहे हैं।

शिकायत के आधार पर टीम जब मौके पर पहुंची और जांच शुरू की, तो इलियास, समर और शमशेर के घरों में डायरेक्ट लाइन से बिजली की चोरी करते हुए पकड़ा गया। विभागीय टीम ने बिजली के अवैध कनेक्शन की जांच कर रिपोर्ट तैयार करनी शुरू कर दी थी कि तभी माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया।
स्थानीय लोगों, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, ने विरोध करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते उपरोक्त तीनों आरोपियों और कुछ महिलाओं ने मिलकर विभागीय अधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट शुरू कर दी। आरोप है कि टीम के सदस्यों को शारीरिक चोटें पहुंचाई गईं और उनके साथ अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया गया।
घटना की सूचना मिलते ही विभाग ने तुरंत पुलिस को सूचित किया और दोनों जेई को प्राथमिक उपचार के लिए पांवटा साहिब सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका मेडिकल परीक्षण करवाया गया। मेडिकल रिपोर्ट में चोटें दर्ज की गई हैं, जिनके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है।
पुलिस थाना पुरुवाला में विद्युत विभाग की ओर से इस घटना को लेकर एफआईआर दर्ज करवाई गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह हमला बिजली चोरी छुपाने और कार्रवाई से बचने के उद्देश्य से किया गया।
इस घटना के बाद विद्युत विभाग में भी रोष का माहौल है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि टीम जब कानूनी कार्रवाई कर रही थी तो उनके साथ इस प्रकार की हिंसा होना बेहद निंदनीय है। विभाग ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पुलिस का कहना है कि जांच के बाद संबंधित धाराओं में कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। फिलहाल पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से आगे की जांच की जा रही है।