Cloud Burst:हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के गिरिपार क्षेत्र में स्थित अम्बोया राजपुर पंचायत में बादल फटने की एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति की मौत हो गई है। यह प्राकृतिक आपदा क्षेत्र में भारी तबाही का कारण बनी है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बन गया है। घटना के बाद प्रशासन और स्थानीय लोगों ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन क्षति इतनी अधिक है कि इलाके में लंबे समय तक इसका प्रभाव बना रहेगा।
अम्बोया राजपुर पंचायत, जो हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के गिरिपार क्षेत्र में स्थित है, बुधवार सुबह बादल फटने की इस भयानक घटना की चपेट में आया। सुबह लगभग 2 बजे के आस-पास भारी बारिश शुरू हुई, जो देखते ही देखते बादल फटने में बदल गई। यह अचानक आई भारी बारिश आसपास के गांवों और पहाड़ी क्षेत्रों में भारी तबाही मचाने लगी। बाढ़ के तेज बहाव ने इलाके में कई पुलों, सड़कों और घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं इसी बीच हटवाल निवासी रंगीला अधेड़ उम्र के व्यक्ति की इस विनाशकारी बाढ़ में जान चली गई, जबकि कई लोग इस त्रासदी से प्रभावित हुए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रंगीलाल मृतक व्यक्ति उस समय खडड के समीप अपने पानी के घराट में नींद के आगोश में सोया हुआ था, जब बादल फटने से उत्पन्न बाढ़ के पानी व पत्थर ने उकत व्यक्ति के घराट पर पानी फेर दिया। इलाके में बाढ़ का पानी इतनी तेजी से फैला कि लोगों को संभलने का समय भी नहीं मिला। आस-पास के खेत, घर, और अन्य बुनियादी ढांचे भी बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। वहीं दूसरी ओर अम्बोया पुल के स्थित बनी दुकानों में लाखों रूपये का नुकसान हुआ है।
प्रभावित क्षेत्र
अम्बोया राजपुर पंचायत और इसके आस-पास के गांवों में इस प्राकृतिक आपदा का व्यापक प्रभाव देखा गया है। सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात ठप हो गया है, और पुलों के ध्वस्त होने के कारण कई क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है। बाढ़ के पानी ने खेतों को भी बर्बाद कर दिया, जिससे स्थानीय किसानों को भारी नुकसान हुआ है। बारिश और बाढ़ के चलते कई घरों में पानी घुस गया, जिससे लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा। इस बीच प्रशासन ने तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिए हैं और प्रभावित क्षेत्रों में बचाव टीमें तैनात कर दी गई हैं।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने आपातकालीन बैठक बुलाई और तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू किए। आपदा प्रबंधन की टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया है ताकि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।
घटना स्थल पर पीडब्लूडी के जेई,एसडीओ, पटवारी व तहसीलदार मौके पर पंहुचकर लोगों के दुख दर्द को सुनकर प्रदेश सरकार को रिर्पोट प्रेषित करेगे।
उधर इस बारें में तहसीलदार ऋषभ शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्र में बादल फटने की घटना सामने आई है और सम्बन्धित सभी अधिकारियों को मौके का जायजा लेने के लिए भेज दिया गया है। जिनका नुकसान हुआ है उन्हें फोरी राहत प्रशासन द्वारा दे दी गई है।
प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है, क्योंकि भारी बारिश की संभावना अभी भी बनी हुई है। साथ ही, लोगों को अस्थायी रूप से प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है, क्योंकि बाढ़ का पानी अभी पूरी तरह से नहीं उतरा है और स्थिति के बिगड़ने की आशंका है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
अम्बोया राजपुर पंचायत के निवासी इस घटना से गहरे सदमे में हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने कभी इतनी भयानक प्राकृतिक आपदा का सामना नहीं किया था। बाढ़ के पानी ने उनकी जिंदगी को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई लोग अपना सब कुछ खो चुके हैं और अब वे प्रशासन की मदद की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
कुछ स्थानीय लोग अपनी जान जोखिम में डालकर बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए आगे आए हैं। यह दर्शाता है कि आपदा के समय में भी मानवता और सहयोग की भावना जीवित रहती है। गांव के युवा और बुजुर्ग मिलकर राहत कार्यों में मदद कर रहे हैं, जिससे प्रशासन को भी राहत पहुंचाने में सहायता मिल रही है।
अम्बोया राजपुर पंचायत में बादल फटने की यह घटना हिमाचल प्रदेश के गिरिपार क्षेत्र में विनाशकारी प्रभाव डाल रही है। अधेड़ उम्र के व्यक्ति की मौत के साथ-साथ, इस आपदा ने कई लोगों को बेघर कर दिया है और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया है। प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर इस मुश्किल समय का सामना कर रहे हैं, लेकिन इस घटना के बाद जो नुकसान हुआ है, उसे ठीक करने में काफी समय लगेगा।