Churdhar Temple: हिमाचल प्रदेश सरकार ने चूड़धार मंदिर की यात्रा पर बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं से वसूले जा रहे शुल्क को समाप्त करने का निर्णय लिया है। अब कोई भी श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा के दौरान नि:शुल्क यात्रा कर सकेगा।

इस फैसले के पीछे जनता की व्यापक प्रतिक्रिया को भी अहम माना जा रहा है। डिजिटल सिरमौर मीडिया ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था और सोशल मीडिया पर इसे लेकर जनभावनाओं को आवाज दी थी, जिसमें लोगों ने सरकार के इस कदम का तीव्र विरोध किया था।
सरकार द्वारा श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए शुल्क समाप्त करने के निर्णय का आमजन ने जोरदार स्वागत किया है। लोगों ने इसे जनभावनाओं के अनुरूप बताया और कहा कि सरकार ने संवेदनशीलता का परिचय दिया है।
गौरतलब है कि सिरमौर जिला और उत्तराखंड के जौंसार-बावर क्षेत्र की धार्मिक परंपराएं गहराई से जुड़ी हुई हैं। चूड़धार स्थित शिरगुल देवता मंदिर, तीर्थ रेणुका, भंगायणी माता मंदिर हरिपुरधार, उत्तराखंड स्थित महासू देवता मंदिर हनोल, गबेला और शिरगुल देवता मंदिर शिमोग जैसे धार्मिक स्थलों के माध्यम से दोनों क्षेत्रों के लोगों में प्रगाढ़ धार्मिक और सामाजिक संबंध कायम हैं।
जनता ने उम्मीद जताई है कि भविष्य में भी सरकार इसी तरह जनभावनाओं का सम्मान करते हुए धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा करती रहेगी।