राजकीय उच्च पाठशाला कुन्नेर धमोन में चाइल्ड हेल्पलाइन सिरमौर की टीम द्वारा विद्यार्थियों व शिक्षकों को नशे से होने वाले नुकसान और बाल संरक्षण कानूनों को लेकर जागरूक किया गया। कार्यक्रम का आयोजन चाइल्ड हेल्पलाइन जिला प्रभारी इशू ठाकुर व केस वर्कर करण चौहान के नेतृत्व में किया गया, जिसमें विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।

कार्यक्रम की शुरुआत में नशे की प्रवृत्ति और इसके दुष्परिणामों पर विस्तार से चर्चा हुई। वक्ताओं ने बताया कि आज समाज में नशे की लत बच्चों और युवाओं को तेजी से जकड़ रही है, जिसे रोकना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 एक ऐसा माध्यम है जहां 24 घंटे कभी भी मदद ली जा सकती है।
कार्यक्रम में POCSO अधिनियम (Protection of Children from Sexual Offences) की जानकारी भी दी गई। बच्चों को बताया गया कि यदि कोई व्यक्ति उन्हें बहलाने, फुसलाने या अनुचित व्यवहार करता है तो वह इसे नज़रअंदाज़ न करें और इसकी सूचना तुरंत 1098 हेल्पलाइन नंबर पर दें। इसी तरह यदि कोई स्कूल आते-जाते पीछा करता है, अश्लील कमेंट करता है या मोबाइल पर आपत्तिजनक चित्र/वीडियो दिखाता है, तो वह भी अपराध की श्रेणी में आता है।
छात्राओं को विशेष रूप से आगाह किया गया कि वे सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से संपर्क न करें। चाइल्ड हेल्पलाइन कर्मियों ने बच्चों को सुरक्षित और असुरक्षित स्पर्श में अंतर भी बताया और इस तरह के किसी भी अनुभव पर चुप न रहकर माता-पिता, शिक्षक या हेल्पलाइन को सूचित करने की सलाह दी।
कार्यक्रम के दौरान बाल श्रम, बाल यौन शोषण, बाल हिंसा, बाल विवाह, बेघर बच्चों, लापता बच्चों और शिक्षा से जुड़ी समस्याओं पर भी खुलकर चर्चा की गई। साथ ही, उपस्थित प्रतिभागियों को नैतिक शिक्षा, अनुशासन और आत्म-संरक्षण के लिए प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर शिक्षकों ने भी टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां छात्रों के मानसिक विकास और सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत आवश्यक हैं।