डोबरी सालवाला पंचायत में पानी के कनेक्शन को लेकर दो पक्षों में तनाव, युवती हुई बेहोश
पंचायत और ग्रामीणों के बीच टकराव, पुलिस हस्तक्षेप के बाद मामला शांत
विकासखंड पांवटा साहिब की ग्राम पंचायत डोबरी सालवाला में शुक्रवार को उस समय तनावपूर्ण स्थिति बन गई जब बोरबेल से पानी के कनेक्शन को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि बात हाथापाई तक पहुंच गई। इस दौरान एक युवती बेहोश होकर गिर पड़ी, जिससे मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

मिली जानकारी के अनुसार पंचायत द्वारा बोरबेल से पानी की पाइपलाइन जोड़े जाने का कार्य किया जा रहा था। लेकिन इसी दौरान दो पक्षों में इस बात को लेकर कहासुनी शुरू हो गई कि पानी का कनेक्शन कहां से और किसे मिलना चाहिए। देखते ही देखते यह बहस इतनी बढ़ गई कि मामला मारपीट तक पहुंच गया। घटना में एक युवती को चोट लगने और बेहोश होने की खबर है।
इस विवाद को लेकर ग्राम पंचायत प्रधान प्रेम सिंह ने बताया कि पानी की लाइन पंचायत द्वारा नियमों के अनुसार डाली जा रही थी, ताकि ग्रामीणों को पेयजल की सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके। लेकिन इस काम में भागवंती पत्नी धर्म सिंह ने जानबूझकर बाधा डाली और सरकारी आदेशों की अवहेलना करते हुए कार्य को रुकवाने का प्रयास किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि भागवंती ने बिना किसी अधिकार के पंचायत कार्य में दखल दिया, जिससे स्थिति बिगड़ गई। प्रधान ने यह भी बताया कि पंचायत का उद्देश्य केवल जनहित है, और इस तरह के टकराव विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करते हैं।
घटना की सूचना मिलते ही पुरुवाला पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर स्थिति को शांत किया। पुलिस के हस्तक्षेप से पाइपलाइन को दोबारा जोड़ने का कार्य शुरू हुआ और अंततः पानी का कनेक्शन सुचारू रूप से पूरा किया गया।
पुरुवाला पुलिस ने बताया कि मौके पर हल्का बल प्रयोग कर दोनों पक्षों को अलग किया गया और शांति व्यवस्था बहाल की गई। पुलिस का कहना है कि यदि दोनों पक्षों में से कोई लिखित शिकायत करता है तो कानूनन कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति बनी रही, लेकिन प्रशासन की तत्परता से माहौल पर जल्द काबू पा लिया गया। वहीं, घटना से ग्रामीणों में चिंता और असंतोष देखने को मिला। उनका कहना है कि पानी जैसी मूलभूत सुविधा को लेकर विवाद का होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
गौरतलब है कि गर्मियों में पीने के पानी की मांग बढ़ जाती है और कई क्षेत्रों में जल संकट पैदा हो जाता है। ऐसे में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करना पंचायतों की प्राथमिकता बन जाता है। लेकिन यदि इन कार्यों में अड़चनें डाली जाएंगी तो आम जनता को ही परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
फिलहाल पुलिस मामले की निगरानी कर रही है और दोनों पक्षों को चेतावनी दी गई है कि भविष्य में कोई भी कानून अपने हाथ में न ले।